आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी कंपनी ओपनएआई (OpenAI) ने फ्यूचर में जीपीटी (GPT) मॉडल को और इंटेलीजेंट बनाने के लिए जीपीटीबॉट (GPTBot) नाम से एक वेब क्रॉलिंग टूल पेश किया है. AINEWS के मुताबिक, कंपनी ने कहा है कि क्रॉलिंग टूल जीपीटीबॉट के जरिेये कलेक्ट किया गया डेटा मॉडल सटीकता को बढ़ा सकता है. साथ इसकी कैपिसिटी को बढ़ा सकता है, जो AI-संचालित लैंग्वेज मॉडल के डेवलपमेंट में एक महत्वपूर्ण कदम है.
जीपीटीबॉट का मकसद
खबर के मुताबिक, वेब क्रॉलर को वेब स्पाइडर भी कहा जाता है जो इंटरनेट के विशाल विस्तार में सामग्री को इंडेक्स्ड करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. Google और Bing जैसे पॉपुलर सर्च इंजन अपने सर्च रिजल्ट्स को रिलेवेंट वेब पेजों से भरने के लिए इन बॉट्स पर भरोसा करते हैं. ओपनएआई के जीपीटीबॉट (GPTBot) का मकसद पेवॉल, पर्सनल डेटा कलेक्शन, या ओपनएआई की पॉलिसी का उल्लंघन करने वाली सामग्री को शामिल करने वाले सोर्स को सावधानीपूर्वक दरकिनार करते हुए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा कलेक्ट करना है.
क्रॉल करने से रोकने की क्षमता
खबर में कहा गया है कि वेबसाइट ओनर के पास एक स्टैंडर्ड सर्वर फ़ाइल के भीतर disallow कमांड लागू करके GPTBot को अपनी साइट्स को क्रॉल करने से रोकने की क्षमता है. इससे वह यह समझ सकते हैं कि उनके कंटेंट का कौन सा हिस्सा वेब क्रॉलर के लिए एक्सेस योग्य है. बता दें, ओपनएआई की अनाउंसमेंट कंपनी की तरफ से जीपीटी-5 के लिए ट्रेडमार्क एप्लीकेशन जमा करने के तुरंत बाद की गई है, जिसके मौजूदा जीपीटी-4 मॉडल के सफल होने की उम्मीद है.
GPT-5 ट्रेनिंग से पहले सिक्योरिटी ऑडिट जरूरी
GPT-5 ट्रेडमार्क एप्लीकेशन ने AI उत्साही लोगों के बीच जोश पैदा किया है, OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने समय से पहले की उम्मीदों के प्रति आगाह किया है. ऑल्टमैन ने खुलासा किया कि कंपनी अभी भी GPT-5 ट्रेनिंग शुरू करने से दूर है, क्योंकि पहले व्यापक सिक्योरिटी ऑडिट करना जरूरी है. ओपनएआई की हाल में की गई कोशिश विवादों से अछूते नहीं रहे हैं. कंपनी की डेटा कलेक्शन सिस्टम, खासतौर से कॉपीराइट और सहमति के मुद्दों पर चिंताएं पैदा हुई हैं.
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