अब तक तीन देशों ने DeepSeek AI पर लगाया प्रतिबंध! जानें क्या है इसके पीछे का कारण

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<p style="text-align: justify;"><strong>DeepSeek AI Ban:</strong> चीन की तेजी से बढ़ती आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी DeepSeek AI पर कई देशों ने कड़ी कार्रवाई की है. ऑस्ट्रेलिया, इटली और ताइवान ने इस प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया है. DeepSeek AI, जिसे OpenAI के ChatGPT से भी अधिक लोकप्रिय माना जा रहा था, अब सुरक्षा चिंताओं के चलते इन देशों में बैन हो चुका है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>क्यों लगाया गया प्रतिबंध?</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में DeepSeek AI को सभी सरकारी सिस्टम और डिवाइसेस से हटाने का आदेश दिया है. होम अफेयर्स मंत्री टोनी बर्क ने बताया कि राष्ट्रीय खुफिया एजेंसियों की जांच में यह पाया गया कि DeepSeek AI सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है. हालांकि, यह प्रतिबंध व्यक्तिगत उपकरणों पर लागू नहीं है, लेकिन सरकार ने नागरिकों को ऑनलाइन डेटा सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>इटली ने भी लगाया प्रतिबंध</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">इटली की प्राइवेसी रेगुलेटरी अथॉरिटी ने DeepSeek AI के डेटा सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाते हुए इसकी सेवाओं को ब्लॉक कर दिया है. सरकार को चिंता है कि यह प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी को गलत तरीके से एकत्रित कर सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;">वहीं, आयरलैंड की डेटा प्रोटेक्शन कमिशन ने भी DeepSeek से इसकी डेटा सुरक्षा नीतियों को स्पष्ट करने की मांग की है. इसके अलावा ताइवान सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र में DeepSeek AI के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. डिजिटल मामलों के मंत्रालय ने आशंका जताई है कि यह प्लेटफॉर्म क्रॉस-बॉर्डर डेटा लीक और साइबर सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है. प्रतिबंध सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक स्कूलों, सरकारी कंपनियों और महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर पर लागू किया गया है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>DeepSeek AI पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">DeepSeek AI को 20 महीने पहले चीन में लॉन्च किया गया था और इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी. इसने हाल ही में अपना AI चैटबॉट जारी किया, जो मनुष्यों की तरह तर्क करने का दावा करता है. हालांकि, इसकी डेटा गोपनीयता नीतियों पर विवाद शुरू हो गया. DeepSeek का कहना है कि सभी यूजर डेटा चीन में स्थित सर्वरों पर स्टोर किया जाता है. इससे यह आशंका बढ़ गई कि चीन के स्थानीय कानूनों के तहत यह डेटा चीनी खुफिया एजेंसियों को सौंपा जा सकता है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>निजी कंपनियां भी ले रही हैं सख्त कदम</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">सिर्फ सरकारें ही नहीं, बल्कि निजी कंपनियां भी DeepSeek AI से दूरी बना रही हैं. अमेरिका में कई फेडरल एजेंसियों ने अपने कर्मचारियों को इस ऐप का उपयोग न करने का निर्देश दिया है. सैकड़ों कंपनियों ने साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों से DeepSeek AI की पहुंच को ब्लॉक करने के लिए कहा है.</p>
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