ब्रिटेन के एक सांसद ने किया अपना AI अवतार तैयार! इस वजह से किया ये काम

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<p style="text-align: justify;"><strong>Mark Sewards:</strong> ब्रिटेन में लेबर पार्टी के सांसद मार्क स्यूवर्ड्स (Mark Sewards) ने एक अनोखा कदम उठाते हुए खुद का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वर्ज़न तैयार किया है ताकि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से वर्चुअल तरीके से बातचीत कर सकें. वेस्ट यॉर्कशायर के इस सांसद ने एक AI स्टार्टअप के साथ मिलकर यह वर्चुअल मॉडल बनाया है जिसमें उनकी आवाज़ का इस्तेमाल किया गया है. यह चैटबॉट नागरिकों को स्थानीय मुद्दों या नीतिगत सवालों पर मदद करने के लिए बनाया गया है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>इस वजह से लिया फैसला</strong></h2>
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="en">Introducing the first AI prototype of a British MP🇬🇧🤖<br /><br />When constituent and local business owner, Jeremy Smith, approached me with this idea, I was very excited to work with him. The AI revolution is happening and we must embrace it or be left behind. <a href="
&mdash; Mark Sewards MP (@MarkJSewards) <a href=" 5, 2025</a></blockquote>
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<p style="text-align: justify;">मार्क स्यूवर्ड्स का कहना है कि यह तकनीक सांसद के कार्यालय और जनता के बीच संबंधों को और मज़बूत करेगी. हालांकि, कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे जनता और राजनेताओं के बीच दूरी भी बढ़ सकती है. यूनिवर्सिटी ऑफ शेफ़ील्ड की डॉ. सुसान ओमान के अनुसार, &ldquo;राजनेताओं पर लोगों का भरोसा लगातार घट रहा है. सांसद यह सोच सकते हैं कि वे अधिक मौजूद और कारगर हो रहे हैं लेकिन जनता को लग सकता है कि उनकी बात कम सुनी जा रही है.&rdquo;</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>चैटबॉट की लोकप्रियता और चुनौतियां</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">चैटबॉट यानी कंप्यूटर प्रोग्राम जो इंसानों की तरह बातचीत करते हैं हाल के वर्षों में तेज़ी से लोकप्रिय हुए हैं. कई व्यवसाय इन्हें संचार के नए माध्यम के रूप में अपना रहे हैं. हालांकि, इसके साथ गोपनीयता, डेटा सुरक्षा, मानवीय संवाद की कमी और समस्या-समाधान की क्षमता को लेकर चिंताएं भी हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">डॉ. ओमान ने चेतावनी दी कि खासकर बुजुर्ग लोग कई बार यह समझ ही नहीं पाते कि वे किसी बॉट से बात कर रहे हैं जिससे भ्रम और तनाव बढ़ सकता है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>24/7 उपलब्धता, लेकिन भावनात्मक मुद्दों पर चिंता</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">35 वर्षीय सांसद का कहना है कि यह AI मॉडल साल के 365 दिन, 24 घंटे मदद प्रदान कर सकता है. यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स की प्रोफेसर विक्टोरिया हनीमैन मानती हैं कि यह चैटबॉट सरल सवालों के जवाब देने में मददगार हो सकता है जिससे सांसद को जटिल मामलों पर ध्यान देने का समय मिलेगा.</p>
<p style="text-align: justify;">हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भावनात्मक या संवेदनशील समस्याओं से जूझ रहे लोगों को बॉट के ज़रिए जवाब मिलने से असुविधा हो सकती है. साथ ही, इंसानों की तरह बॉट भी गलती कर सकते हैं जिससे सांसद पर भरोसा कमजोर हो सकता है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>&lsquo;प्रोटोटाइप&rsquo; से शुरुआत</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">यह AI मॉडल ड्रिगलिंगटन की एक स्थानीय कंपनी ने बनाया है जिसे स्यूवर्ड्स &lsquo;प्रोटोटाइप&rsquo; बताते हैं. वे कहते हैं, &ldquo;AI के मौकों को अपनाना ज़रूरी है. अगर हम इसे सही तरीके से विकसित कर लें ताकि यह बिना बेतुकी बातें किए मदद कर सके तो यह लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा.&rdquo; स्यूवर्ड्स ने बताया, &ldquo;इस तकनीक को समझने और अपनाने का सबसे अच्छा तरीका है खुद इसका हिस्सा बनना.&rdquo;</p>
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