बिना कोडिंग जाने भी बनाएं ऐप और फिर हर महीने कमाएं लाखों रुपए, जानिए AI से ऐसे होगा पूरा काम

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<p style="text-align: justify;"><strong>How to Develop App:</strong> आज के डिजिटल युग में मोबाइल ऐप्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. पहले जहां ऐप डेवलपमेंट के लिए कोडिंग स्किल और टेक्निकल नॉलेज ज़रूरी होती थी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से कोई भी व्यक्ति बिना कोडिंग सीखे खुद का ऐप बना सकता है. यही वजह है कि अब कई लोग इस तकनीक का इस्तेमाल करके न सिर्फ अपने बिज़नेस को बढ़ा रहे हैं बल्कि हर महीने लाखों रुपये की कमाई भी कर रहे हैं.</p>
<h2 style="text-align: justify;">अब कोडिंग नहीं, AI करेगा पूरा काम</h2>
<p style="text-align: justify;">पहले एक ऐप तैयार करने में महीनों लग जाते थे डेवलपर हायर करना पड़ता था कोडिंग, टेस्टिंग और डिज़ाइनिंग में काफी खर्च आता था. लेकिन अब AI टूल्स ने इस प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है. आपको बस अपने ऐप का आइडिया बताना होता है जैसे कि फूड डिलीवरी ऐप, एजुकेशन ऐप, या ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म. इसके बाद AI अपने आप कोड, लेआउट और फंक्शन्स तैयार कर देता है. कुछ ही मिनटों में आपका ऐप बनकर डाउनलोड या शेयर करने के लिए तैयार हो जाता है.</p>
<h2 style="text-align: justify;">कौन-कौन से AI टूल्स से बन सकता है ऐप</h2>
<p style="text-align: justify;">आज कई ऐसे AI प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं जो &ldquo;No Code App Builder&rdquo; के नाम से जाने जाते हैं. जैसे Appy Pie, Glide, Adalo, Bubble, Thunkable, और Zoho Creator. इन टूल्स में यूज़र्स को बस Drag and Drop Interface मिलता है. मतलब आप बिना किसी प्रोग्रामिंग भाषा के सिर्फ माउस से एलिमेंट्स जोड़कर ऐप डिजाइन कर सकते हैं. इन टूल्स में AI आपके विचार को समझकर सबसे उपयुक्त डिजाइन और फंक्शनलिटी सुझाता है. जैसे अगर आप चाहते हैं कि आपका ऐप पेमेंट स्वीकार करे तो AI अपने आप पेमेंट गेटवे जोड़ देता है.</p>
<h2 style="text-align: justify;">ऐसे करें कमाई लाखों की</h2>
<p style="text-align: justify;">एक बार जब आपका ऐप तैयार हो जाता है, तो कमाई के कई रास्ते खुल जाते हैं. आप अपने ऐप को Google Play Store या Apple App Store पर लॉन्च कर सकते हैं. इसके बाद आप इन-ऐप ऐड्स, प्रीमियम सब्सक्रिप्शन, या पेड डाउनलोड्स के ज़रिए पैसा कमा सकते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">इसके अलावा, कई लोग अपने बनाए ऐप्स को क्लाइंट्स को बेचकर भी अच्छी कमाई कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, अगर आपने किसी रेस्टोरेंट या स्कूल के लिए कस्टम ऐप बनाया तो आप इसके बदले 50,000 से 2 लाख रुपये तक चार्ज कर सकते हैं.</p>
<h2 style="text-align: justify;">छोटे बिजनेस और स्टार्टअप्स के लिए वरदान</h2>
<p style="text-align: justify;">AI-आधारित ऐप बिल्डर्स छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. जिन लोगों के पास डेवलपर टीम या बजट नहीं होता वे अब खुद ऐप बनाकर अपने ब्रांड को डिजिटल बना सकते हैं. इससे न केवल उनका खर्च घटता है बल्कि मार्केट में पहुंच भी बढ़ती है.</p>
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