<p style="text-align: justify;"><strong>Google:</strong> गूगल ने ऐलान किया है कि 2025 के अंत तक क्रोमबुक पर स्टीम बीटा का सपोर्ट पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा. 1 जनवरी 2026 से यूजर्स न तो स्टीम लॉन्च कर पाएंगे, न नए गेम इंस्टॉल कर सकेंगे और न ही प्लेटफॉर्म तक पहुंच पाएंगे. यहां तक कि पहले से इंस्टॉल किए गए गेम भी ऑटोमैटिक रूप से हटा दिए जाएंगे. यह कदम 2022 में शुरू हुए उस बीटा प्रोग्राम का अंत है जिसमें गूगल और स्टीम ने मिलकर क्रोमबुक पर पीसी गेमिंग का अनुभव लाने की कोशिश की थी.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>स्टीम क्या है?</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">स्टीम दुनिया का सबसे बड़ा पीसी गेमिंग प्लेटफॉर्म है, जहां हजारों गेम खरीदे, डाउनलोड या किराए पर लिए जा सकते हैं. पहले यह सिर्फ Windows, macOS और Linux के लिए उपलब्ध था लेकिन स्टीम बीटा के ज़रिए 99 चुनिंदा पीसी गेम क्रोमबुक पर भी खेले जा सकते थे. इससे ChromeOS यूजर्स को हाई-क्वालिटी टाइटल्स का मज़ा मिला.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>क्रोमबुक गेमर्स पर असर</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">क्रोमबुक अपनी हल्की, तेज़ और इंटरनेट-फोकस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए मशहूर हैं लेकिन इनमें पहले हाई-एंड AAA पीसी गेम्स चलाना संभव नहीं था. स्टीम बीटा ने इस कमी को पूरा किया लेकिन अब इसके बंद होने के बाद यूजर्स को Google Play Store के एंड्रॉइड गेम्स पर निर्भर होना पड़ेगा, जहां पीसी-एक्सक्लूसिव गेम्स की कमी है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>यूजर्स के लिए ट्रांजिशन प्लान</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">गूगल ने पहले ही क्रोमबुक यूजर्स को इस बदलाव की नोटिफिकेशन भेजना शुरू कर दिया है. स्टीम बीटा 31 दिसंबर 2025 तक पूरी तरह सक्रिय रहेगा. उसके बाद, यूजर्स को पीसी-क्वालिटी गेमिंग के लिए NVIDIA GeForce Now या Xbox Cloud Gaming जैसी क्लाउड सेवाओं का सहारा लेना होगा.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>भारतीय गेमर्स के लिए मायूसी</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">भारत में क्रोमबुक खासकर स्टूडेंट्स और हल्के काम करने वाले यूजर्स के बीच लोकप्रिय हैं. कई युवा गेमर्स ने महंगे गेमिंग लैपटॉप खरीदे बिना स्टीम बीटा के ज़रिए पीसी गेमिंग का मज़ा लिया. अब इसके बंद होने से उन्हें एंड्रॉइड गेमिंग या थर्ड-पार्टी क्लाउड प्लेटफॉर्म अपनाने पड़ सकते हैं जिससे डेटा खपत और सब्सक्रिप्शन खर्च बढ़ने की संभावना है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें:</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><strong><a href=" नहीं पढ़ पाएगा आपकी पर्सनल चैट्स! ऐसे लॉक करें WhatsApp की जरूरी बातचीत, जानें तरीका</a></strong></p>
गेमर्स के लिए बुरी खबर! इस दिन बंद हो जाएगी गूगल की ये सर्विस, जानें पूरी जानकारी
Related articles