Online Payment में भारत ने बनाया नया रिकॉर्ड, अमेरिका-चीन भी छूटे पीछे, जानें डिटेल्स

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<p style="text-align: justify;"><strong>Online Payment:</strong> डिजिटल दुनिया में अब ज्यादातर लोग ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) करना शुरू कर चुके हैं. वहीं अब ऑनलाइन पेमेंट के मामले में भारत ने एक नया रिकॉर्ड बना लिया है. इस मामले में चीन और अमेरिका भी पीछे छूट गए हैं. दरअसल, भारत ने यूपीआई पेमेंट के मामले में चीन (China) और अमेरिका (America) जैसे बडें देशों को भी पछाड़ दिया है.</p>
<p style="text-align: justify;">जानकारी के मुताबिक, भारतीय UPI पेमेंट प्लेटफॉर्म ने चीन के Alipay और अमेरिका के PayPal को कड़ी टक्कर देते हुए इन्हें पछाड़ दिया है. Alipay को चीन के पॉपुलर बिजनेसमैन जैकमा ओन करते हैं तो वहीं PayPal अमेरिका का एक चर्चित और पॉपुलर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म माना जाता है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>ये है रिकॉर्ड</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">यूपीआई पेमेंट की बात करें, इस साल अप्रैल से जुलाई के दौरान करीब 81 लाख करोड़ का यूपीआई का लेनदेन हुआ है. यह दुनिया का सबसे ज्यादा लेनदेन माना जा रहा है. ग्लोबल पेमेंट हब पेसिक्योर के अनुसार, इसमें पिछले साल के मुकाबले करीब 37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, यूपीआई प्लेटफॉर्म पर हर एक सेकेंड करीब 3,729.1 लेनदेन हुए हैं. वहीं 2022 से पहले तक 2,348 प्रति सेकेंड था. इस हिसाब से इसमें भी करीब 58 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>मंथली रिकॉर्ड</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">पेसिक्योर के डेटा के अनुसार, 2023 में दुनियाभर में 117.6 मिलियन यूपीआई पेमेंट हुए हैं. वहीं जुलाई 2024 में यह आंकड़ा करीब 20.6 लाख करोड़ था जो एक महीने में सबसे ज्यादा दर्ज किया गया है. इसके अलावा यूपीआई ने लगातार तीन महीनों में 20 लाख करोड़ के आंकड़ें को भी पार किया है.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>ग्लोबल स्तर पर पहुंच रहा UPI</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत डिजिटल लेनदेन में सबसे आगे हो चुका है. जानकारी के मुताबिक, देश में करीब 40 फीसदी से ज्यादा पेमेंट डिजटली किए जाते हैं. वहीं इसमें सबसे ज्यादा पेमेंट यूपीआई पेमेंट हैं. एनपीसीआई के सीईओ दिलीप असबे के अनुसार, UPI आने वाले 10 सालों में करीब 100 बिलियन के आंकड़ें को भी पार करने वाला है. इसके अलाव UPI को भारत के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात और मलेशिया जैसे देशों में शुरू किया गया है.</p>
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