भारती एयरटेल की OneWeb ने बीते दिन ये जानकारी शेयर की कि उसे भारत में यूटेलसैट वनवेब की कमर्शियल सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं को लॉन्च करने के लिए IN-SPACe से आवश्यक परमिशन मिल चुके हैं. यानि कंपनी सरकार द्वारा स्पेक्ट्रम आवंटन की अनुमति मिलते ही वनवेब वाणिज्यिक कनेक्टिविटी सेवाएं शुरू कर सकता है. जिन लोगों को नहीं पता कि IN-SPACe क्या हैं तो दरअसल, ये एक सरकारी एजेंसी है जो अंतरिक्ष गतिविधियों को रेगुलेट और देश में अंतरिक्ष गतिविधियों के संचालन के लिए परमिशन देने के लिए जिम्मेदार है. भारती एयरटेल के स्वामित्व वाला वनवेब इंडिया ये प्राधिकरण प्राप्त करने वाला पहला संगठन है. बता दें, यूटेलसैट वनवेब, लो अर्थ ऑर्बिट ऑपरेटर, यूटेलसैट समूह का हिस्सा है. यूटेलसैट वनवेब समूह में 648 सैटेलाइट शामिल हैं और उम्मीद है कि यह भारत में लगभग 21Gbps थ्रूपुट प्रदान करेगा.
हाईस्पीड और लो लेटेंसी इंटरनेट देगी कंपनी
भारती एयरटेल के यूटेलसैट वनवेब का लक्ष्य भारत में ग्रामीण और अनकनेक्टेड क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं प्रदान करना है. कंपनी ने वादा किया है कि वह लोगों को हाईस्पीड और लो लेटेंसी इंटरनेट देगी. वनवेब इंडिया के पास पहले से ही दूरसंचार विभाग से आवश्यक लाइसेंस हैं और उसे गुजरात और तमिलनाडु में दो गेटवे स्थापित करने की मंजूरी मिल गई है. बता दें, ग्लोबल वाणिज्यिक अंतरिक्ष बाजार 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर का होने की उम्मीद है और भारत का लक्ष्य 2040 तक 40 बिलियन डॉलर की हिस्सेदारी हासिल करना है.
IMC 2023 में जियो ने शोकेज किया था सैटेलाइट इंटरनेट
बीते महीने इंडियन मोबाइल कांग्रेस के सातवें एडिशन में 27 अक्टूबर को Jio ने भारत की पहली सैटेलाइट-आधारित गीगाबिट इंटरनेट सेवा JioSpaceFiber का प्रदर्शन किया, जिसका उपयोग संभावित रूप से देश के दुर्गम क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जा सकता है. कंपनी ने JioSpaceFiber को दूरस्थ स्थानों, गुजरात में गिर, छत्तीसगढ़ में कोरबा, ओडिशा में नबरंगपुर और असम में जोरहाट में जोड़ा है. यानि फिलहाल यहां ये सर्विस उपलब्ध हो सकती है.
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